लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विभाग में 4135 रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह कदम विभाग की कार्यक्षमता को और मजबूत करेगा।
प्रमुख उपलब्धियां:
1,23,936 जलापूर्ति योजनाओं का निर्माण पूरा हो चुका है।
1 करोड़ 74 लाख 47 हजार 55 घरों में गृह जल संयोजन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति जारी है।
40% पंप चालक महिलाएं, ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं का हिस्सा बनकर महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रही हैं।
छूटे हुए टोलों में जलापूर्ति का प्रयास:
विभाग ने 10,719 टोलों में जलापूर्ति योजना के निर्माण के लिए ₹4706.17 करोड़ की परियोजना शुरू की है।
पंचायती राज विभाग ने 16,124 छूटे हुए टोलों में जलापूर्ति योजना के लिए सर्वे और प्राक्कलन का काम पूरा कर लिया है।
निगरानी और शिकायत समाधान:
‘जीरो ऑफिस डे’ के तहत अधिकारी फील्ड में जाकर योजनाओं की वास्तविक स्थिति की जांच करते हैं।
पेयजल ऐप के माध्यम से रियल टाइम रिपोर्टिंग की जा रही है।
आम नागरिक स्वस्थ नीर ऐप के जरिए घर बैठे शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिनका निवारण निश्चित समय सीमा में होगा।
स्वास्थ्य पर प्रभाव:
मंत्री ने बताया कि शुद्ध पेयजल आपूर्ति ने राज्य के निवासियों के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव किया है। बिहार इकोनॉमी रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य मानकों में गुणात्मक सुधार देखा गया है।
मार्गदर्शिका का विमोचन:
जलापूर्ति योजनाओं के रखरखाव के लिए मार्गदर्शिका तैयार की गई है, जिसका आज विमोचन हुआ।
मंत्री ने आश्वासन दिया कि विभाग की हर योजना को समय पर पूरा किया जाएगा और जल की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।