औरंगाबाद बिहार- औरंगाबाद के मदनपुर में झोलाछाप डॉक्टर से ऑपरेशन करवाना मरीज को पड़ा महंगा,गवानी पड़ी जान । परिजन ने बताया डॉक्टर ने काट दिया गलत नस,जिससे मरीज की हो गई मौत।
आक्रोशित परिजनों ने एनएच 19 को किया जाम और अवैध नर्सिंग होम संचालक पर करवाई तथा मुआवजे की कर रहें है मांग।
गौरतलब है कि आज बीती रात औरंगाबाद के मदनपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर से महिला को बच्चेदानी का ऑपरेशन करवाना उस वक़्त महंगा पड़ गया जब डॉक्टर ने महिला की गलत तरीके से बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया जिससे महिला की मौत हो गई।
इस मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि महिला की बच्चेदानी में बीमारी थी जिस को लेकर डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात कहा और ऑपरेशन का फीस भी जमा करवा लिया और बाहर से अच्छे डॉक्टर को बुलवाकर ऑपरेशन करवाने की बात कहा था।
लेकिन अच्छे डॉक्टर को नही बुलाया गया, स्वयं मुंडेश्वरी क्लिनिक के संचालक पंकज कुमार यादव ने खुद ही ऑपरेशन करने लगा. जिसके दौरान बच्चेदानी की गलत नस कट गई और ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी. जिसे देखते परिजनों ने उसे बेहतर इलाज के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते मे ही महिला की मौत हो गई। मृतक महिला गया जिले के मंझौलिया गांव निवासी अनन्जय यादव की पत्नी रिंकु देवी बताई जा रही है।
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने महिला की शव को एनएच 19 पर रखकर सड़क को जाम कर दिया और मुआबजे तथा झोला छाप डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. सड़क जाम की सूचना मिलते ही मदनपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुच लोगो को समझा बुझाकर सड़क को खाली करवाया और शव को अपने कब्जे में लेते हुये ,डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया है।
जहाँ पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंडेश्वरी क्लिनिक के संचालक पंकज कुमार यादव अपने आपको कथित बड़े सर्जन बताते है जो जाँच की विषय है. लेकिन अभी तक उनके क्लिनिक में ऑपरेशन के दौरान कई मरीजो की जान जा चुकी है.
इस मामले को लेकर राजद नेता रबिन्द्र कुमार यादव में बताया की मदनपुर में ऐसे झोला छाप डॉक्टरों का दर्जनों निजी क्लिनिक है जहाँ आये दिन गलत इलाज के दौरान लोगो की मौत होती रहती है. उन्हों ने औरंगाबाद सिविल सर्जन तथा मदनपुर चिकित्सा प्रभारी के ऊपर आरोप लगाते हुये कहा है कि बिहार सरकार के द्वारा सख्त निर्देश जारी किया गया है कि गलत तरीके से चलाई जा रही क्लिनिक को जाँच कर उसे बंद कराया जाये. जिसको लेकर हमने कई बार सिविल सर्जन तथा मदनपुर चिकित्सा प्रभारी को कहा तथा आवेदन भी दिया है लेकिन भ्र्ष्टाचार में संलिप्त अधिकार उसकी आज तक कोई जाँच नही करवा सका और कुकुरमुत्ते की तरह नाजायज क्लिनिक फलफूल रहा है और क्लिनिक संचालक के हाथो निरीह ग्रामीण जनता की जाने जा रही है।
इस घटना को लेकर उन्होंने दुख प्रगट करते हुए जिला के वरिष्ठ अधिकारी से अबैध क्लिनिकों पर उचित जांच कर कड़ी से कड़ी करवाई की मांग किया है।