2024 के लोकसभा चुनावों के लिए मंगलवार का दिन अच्छी तरह से एक रास्ता तय कर सकता है क्योंकि विपक्ष बेंगलुरु में अपनी दूसरी एकता बैठक (सोमवार से शुरू) कर रहा है, वहीं भाजपा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को फिर से खड़ा करने के मकसद से विपक्ष के विपरीत अपनी बैठक करेगी.
विपक्ष के लिए, एजेंडे में मुख्य बिंदु सीट-बंटवारे की रूपरेखा तय करना और अधिक समन्वय एवं बातचीत तक पहुंचना है.
दूसरी ओर, पिछली बार जीती गई सीटों में अपरिहार्य गिरावट की भरपाई के लिए भाजपा को नए क्षेत्रों से सीटें जीतने की जरूरत है, इसलिए वह अपने पुराने सहयोगियों को बनाए रखने और अंतर को भरने के लिए नए सहयोगियों की उम्मीद कर रही है. यह इस धारणा को दूर करने का भी प्रयास है कि पार्टी अपने सहयोगियों को पर्याप्त महत्व नहीं देती है.
विपक्ष की कई प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने सोमवार को बेंगलुरु में रात्रिभोज के मौके पर बैठक की, जहां से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हैं. वे मंगलवार को औपचारिक रूप से मंत्रणा करेंगे कि कैसे अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और एकजुट होकर उसे मात दी जाए.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल होंगे और इसके बाद बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के नेता संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से आगे की रूपरेखा पेश करेंगे. बैठक स्थल पर एक बैनर लगा था जिस पर ‘यूनाइटेड वी स्टैंड’ (हम एक हैं) लिखा हुआ था.