कांग्रेस ने जी-20 सम्मेलन से पहले केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया है कि जी-20 समिट के लिए नौ सितंबर को होने वाले रात्रि भोज के लिए जो निमंत्रण पत्र राष्ट्रपति भवन की तरफ से भेजे गए हैं, उनमें आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ को बदला गया है। रमेश का दावा है कि इसमें इंडिया शब्द को हटाया गया है और ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का इस्तेमाल किया गया है।
विपक्ष की ओर से अपने साझा गठबंधन को इंडिया नाम दिए जाने के बाद से इस पर राजनीति शुरू हो गई। भाजपा नेताओं की तरफ से इंडिया को लेकर दिए जा रहे बयानों के बीच अब पार्टी के सांसदों ने भी इंडिया की जगह भारत के औपचारिक इस्तेमाल की वकालत शुरू कर दी है। भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने तो इंडिया शब्द को अंग्रेजों की गाली तक करार दे दिया, जबकि असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने भी भारत को लेकर ट्वीट किया है।
भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि पूरा देश इस वक्त मांग कर रहा है कि हम इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करें। इंडिया शब्द हमें ब्रिटिश की तरफ से दी गई गाली की तरह था।
उधर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी भारत शब्द पर जोर देते हुए आम चलन के टर्म ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की जगह एक्स पर अपने पोस्ट में ‘रिपब्लिक ऑफ भारत’ इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि हम खुश और गौरवान्वित हैं कि हमारी सभ्यता अब तेजी निर्भिकता से अमृत काल की ओर बढ़ रही है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के दावे पर कि राष्ट्रपति भवन में G-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम पर भेजा गया है के सवाल पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत से हर किसी को प्यार है और हर देश वासी को प्यार है। अब जिनको भारत से प्यार नहीं वह इस पर सवाल उठाएंगे।