बता दें कि पटना में हुए लाठीचार्ज की घटना के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 4 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया था। इस रिपोर्ट के आने के बाद की तरफ से अबतक कोई बयान नहीं दिया गया हैं। हालांकि माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट को PMO को भेजा जाएगा।
विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज की जांच के लिए गठित बीजेपी की केन्द्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में बीजेपी की 4 सदस्यीय टीम की तरफ से काफी कुछ विस्तृत तरीके से बताया गया है।
बीजेपी की 4 सदस्यीय टीम द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में ये बताया गया है कि बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस मैनुअल को दरकिनाकर कर कमर के ऊपर लाठीचार्ज किया गया है। इसके साथ ही लाठीचार्ज में बुरी तरह जख्मी हुए सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत चोटिल लोगों के नाम की भी जानकारी दी गई है.
जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि पुलिस पहले ही यह मंशा बनाकर बैठी थी कि उन्हें बीजेपी के इस विधानसभा मार्च के दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं को घेरकर पीटना है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस लाठीचार्ज में 771 लोग जख्मी हुए हैं, जिनके नाम संलग्न हैं। वहीं, इस भगदड़ में ही जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई।
बीजेपी की जांच टीम द्वारा ये भी बताया गया है कि इस लाठीचार्ज के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस का रवैया संदिग्ध दिखा। रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि विजय सिंह की हत्या को सरकारी तंत्र किस तरह स्वाभाविक मौत दिखाने के प्रयास में रही, लेकिन वह उस समय का वीडियो नहीं दिखा सकी, जब विजय सिंह जमीन पर गिरे थे। रिपोर्ट में उनके गीले होने, कपड़े फटे होने और गिरने के बाद मौत होने की बात कही गई है.