रोहतास जिले के बिक्रमगंज इलाके में एक नाबालिग लड़की को अगवा कर रेप करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया कि बिक्रमगंज इलाके के एक गांव के नाबालिग लड़की के परिजन ने चौकीदार के लड़के पर रेप का आरोप के साथ बिक्रमगंज पुलिस पर मामले में ज्यादाती का आरोप लगाया है।
घटना के संबंध में 14 बर्षिय पीड़िता लड़की के परिजन ने बताया कि शादी समारोह में लड़की बीते रात जा रही थी तभी बिक्रमगंज थाना के एक चौकीदार के लड़का ने पांच लोगों के साथ मिलकर लड़की को अगवा कर ट्रक में ले गया। परिजन को जानकारी होने पर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस तहीकात के बीच उक्त स्थल से लड़की अस्वस्थ हालत में बरामद हुई।
2 घंटे पर बरामद लड़की पूरी तरह से डरी सहमी है बोलने में असमर्थ फिलहाल है।
परिजनों ने जब इसकी शिकायत बिक्रमगंज थाना में की तो पुलिस ने काफी देर तक लड़की से पूछताछ के बहाने अपने पास रखा। परिजनों का आरोप है कि इस दौरान पीड़िता से मिलने भी नहीं दिया गया।
आरोप है कि चौकीदार के लड़का होने के कारण बिक्रमगंज थाना के पुलिस लीपापोती करना चाह रही है।
हालांकि इस मामले में पुलिस ने ट्रक को जप्त किया है।
एक को हिरासत में लेकर पूछताछ भी जारी है।
लेकिन परिजनों का आरोप है कि पीड़िता लड़की का पुलिस मेडिकल टेस्ट नहीं करा रही है। लड़की के चेहरे पर उभरे जख्म की इलाज के लिए अस्पताल पुलिस लाई है, और न्यायालय में बयान दर्ज कराई है।
ऐसे में परिजनों के मांग के बाद भी मेडिकल टेस्ट अब तक लड़की का नहीं करना बिक्रमगंज थाना के पुलिस पर सवाल खड़ा हो रहा है।
ट्रक जप्त करने तथा बिक्रमगंज थाना में पीड़िता के आवेदन पर एफआईआर दर्ज करने की बात बिक्रमगंज डीएसपी कुमार संजय ने पुष्टि की है।
बिक्रमगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता के ब्यान पर छेड़खानी का मामला दर्ज किया गया जिसमें किसी के कहने से मेडिकल टेस्ट जरूरी नहीं है। ऐसे में परिजनों के आरोप के साथ पीड़िता के मेडिकल टेस्ट होने पर रेप कि आरोप से पर्दा उठ सकता है।अब यह आगे देखने कि बात होगी कि पुलिस पर लगे आरोप कैसे धूलेंगे।