*राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने की बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात, सियासी हलचल तेज*
Patna- राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है. सोमवार (3 जुलाई) की शाम दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात हुई है. करीब डेढ़ घंटे बैठक चली जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. जेडीयू से सांसद हरिवंश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार दोनों का करीबी माना जाता है. बताया जा रहा है कि हरिवंश सोमवार की शाम पांच बजे आए थे और करीब 6.30 बजे निकले हैं।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लैंड फॉर जॉब मामले में चार्जशीटेड हुए हैं जिसके बाद अब इस मुलाकात को लेकर हलचल बढ़ी है. राउज एवेन्यू कोर्ट में 12 जुलाई को इस मामले में सुनवाई होनी है. आरोप पत्र में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम आरोपी के तौर पर शामिल हैं. इसी मामले में सीबीआई पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और कई अन्य के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दायर कर चुकी है. ऐसे में सोमवार को ही नीतीश और हरिवंश की हुई मुलाकात को अलग नजरिए से देखा जा रहा है।
सवाल उठ रहा है कि नीतीश कुमार और हरिवंश की मुलाकात सिर्फ औपचारिकता है या कुछ और है? बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही सीएम नीतीश कुमार ने अपने विधायकों, विधान पार्षदों और सांसदों से वन-टू-वन मुलाकात की थी. ऐसे में हो सकता है यह मुलाकात भी इसी कड़ी का हिस्सा हो, लेकिन बिहार की राजनीति में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।
बता दें कि नए संसद भवन का जब पूरा विपक्ष विरोध कर रहा था तो उद्घाटन समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पहुंचे थे. उनके जाने पर जेडीयू ने कड़ा रुख भी जताया था. इसके बाद अब हरिवंश और सीएम नीतीश कुमार की यह पहली मुलाकात बताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार और हरिवंश की फोन पर भी बातचीत नहीं हो रही थी।
आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि हरिवंश जनता दल यू के सांसद हैं. नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं. वो दोनों मिलते हैं तो ये तो उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है. आगे इस सवाल पर कि कहीं दिल्ली से दूत बनकर तो हरिवंश नहीं पहुंचे थे? महागठबंधन पर तलवार तो नहीं लटक रहा? इस पर शक्ति यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विपक्षी एकता को लेकर घबराहट में है।