जन स्वराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतना गोल-गोल बातों को घुमाते हैं कि उन्हें खुद नहीं पता होता है कि वो क्या बोल रहे हैं।
नीतीश कुमार पक्ष में कुछ नहीं बोलते न ही विपक्ष में बोलते हैं। नीतीश कुमार को कहना चाहिए कि लालू-तेजस्वी के परिवार वाले भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं। नीतीश कुमार ने अपने मुंह में दही क्यों जमाया हुआ है, जो ललन सिंह से कहलवा रहे हैं। ऐसी चीजें साबित करता है कि नीतीश कुमार क्या सोचते हैं।
पहला कारण, महागठबंधन उन्होंने इसलिए बनाया है क्योंकि नीतीश कुमार की राजनीतिक समझ ये थी कि 2024 में अगर भाजपा जीतकर आएगी तो सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाएगी और अपना कोई मुख्यमंत्री बनाएगी। यही कारण था कि उन्हें लगा कि भाजपा हटाए इससे पहले मैं खुद ही महागठबंधन बना लेता हूं ताकि 25 नवंबर तक मुख्यमंत्री बना रहूंगा।
दूसरी, सोच ये थी कि 2025 के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनना तो है नहीं तो हमारे बाद ऐसी सरकार रहे जो आज से भी बदतर हो ताकि लोग ये याद कर कहें कि नीतीश कुमार की सरकार कितनी भी खराब थी तेजस्वी यादव वाले RJD से अच्छी ही थी।
आप नीतीश कुमार को नहीं जानते हैं हम उनको बहुत अंदर से जानते हैं। नीतीश कुमार को कोई तेजस्वी यादव और RJD से प्यार नहीं है मैं उनके साथ उनके घर में 1 साल से अधिक रहा हूं।
“नीतीश कुमार को साफगोई से कहना चाहिए कि तेजस्वी यादव हमारे सहयोगी हैं और इन पर भ्रष्टाचार के सारे आरोप निराधार है: प्रशांत किशोर”
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की पोल खोलते हुए आगे कहा कि लालू यादव, तेजस्वी यादव के पूरे परिवार भ्रस्टाचार में लिप्त नहीं है तो पूरे साफगोई से कहना चाहिए कि ये हमारे सहयोगी हैं और इन पर भ्रष्टाचार के सारा आरोप निराधार हैं। अगर नीतीश कुमार ऐसा नहीं कहते तो आप समझ सकते हैं कि वो क्या कह रहे हैं।