पटना, 11 अक्टूबर 2025 | जनहित वॉइस डेस्क / बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में सीट बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच अब राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
इस बीच, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने तीखे बयान से सियासी हलचल बढ़ा दी है।
कुशवाहा ने कहा है कि एनडीए में सीटों को लेकर बातचीत अभी पूरी नहीं हुई है, और किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी पक्षों को धैर्य रखना चाहिए। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स पर नाराजगी जताते हुए कहा
मीडिया में जो खबरें चल रही हैं, वे पूरी तरह भ्रम फैलाने वाली और छल-धोखा हैं। अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
एनडीए में संभावित सीट बंटवारा
सूत्रों के अनुसार, एनडीए में सीटों का फॉर्मूला लगभग तय माना जा रहा है—
जेडीयू (JDU): लगभग 100 सीटें
बीजेपी (BJP): लगभग 100 सीटें
लोजपा (रामविलास): 26 सीटें
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM): 8 सीटें
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM): 6-7 सीटें मिलने की संभावना
हालांकि, उपेंद्र कुशवाहा इससे असंतुष्ट दिख रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी 6 से अधिक सीटों की मांग कर रही है और उन्हें अब तक संतोषजनक प्रस्ताव नहीं मिला है।
कुशवाहा ने बयान में कहा—
हम अपनी पार्टी के मान-सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। हमें जितना सम्मान मिलना चाहिए, उतना मिलना ही चाहिए।
एनडीए में बढ़ी सियासी सुगबुगाहट
कुशवाहा का यह बयान उस समय आया है जब एनडीए के प्रमुख घटक दल – जेडीयू और बीजेपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। ऐसे में कुशवाहा का रुख गठबंधन के भीतर असंतोष का संकेत माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अगर बात नहीं बनी तो यह एनडीए के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर तब जब चुनाव की तारीखें नजदीक हैं।
आगे की राह
अब सबकी निगाहें दिल्ली और पटना में चल रही एनडीए की रणनीतिक बैठकों पर टिकी हैं। देखना होगा कि बीजेपी और जेडीयू नेतृत्व कुशवाहा को मनाने में कितना सफल होता है, या फिर यह विवाद गठबंधन में नई दरार की शुरुआत साबित होता है।
Author: janhitvoice











