पेंशन शंखनाद महारैली DELHI: पेंशन शंखनाद महारानी में भाग लेने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को हजारों सरकारी कर्मचारी इकठ्ठा हुए.इनकी मांग है पुरानी पेंशन को लागू किया जाए. नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम से जुड़े संगठन इस रैली में शामिल हुए हैं. देश के पांच राज्यों में जिसमें पंजाब, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश शामिल है पुरानी पेंशन स्कीम इन राज्यों में लागू कर दी गई है .जहां विपक्ष की कांग्रेस पार्टी ने शंखनाद रैली का समर्थन में यह मांग की है कि मोदी सरकार जल्द से जल्द पुरानी पेंशन स्कीम लागू करें सरकार सरकार का रुख अभी जानना बाकी है.
पेंशन रिटायरमेंट के समय उनके वेतन पर आधारित होती थी
पुरानी पेंशन योजना यानी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के तहत सरकार 2004 से पहले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन देती थी। यह पेंशन कर्मचारी के रिटायरमेंट के समय उनके वेतन पर आधारित होती थी। इस स्कीम में रिटायर हुए कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिजनों को भी पेंशन का लाभ दिया जाता था।
हालांकि, अलट बिहारी वाजपेयी की सरकार ने 1 अप्रैल 2004 को पुरानी पेंशन योजना को बंद करने का फैसला किया था। जिसके बाद साल 2004 में पुरानी पेशन योजना के बदले राष्ट्रीय पेंशन योजना शुरू की गई थी।
राष्ट्रीय पेंशन योजना
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) 1 जनवरी 2004 को सभी नागरिकों को सेवानिवृत्ति आय प्रदान करने के उद्देश्य से आरंभ की गई थी.
एनपीएस भारत सरकार द्वारा भारत के सभी नागरिकों को सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक पहल है. एनपीएस का उद्देश्य नागरिकों में सेवानिवृत्ति के लिए बचत की आदत विकसित करना है.