जदयू के बड़बोले और दबंग विधायक गोपाल मण्डल एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे पास बहुत सारा राइफल और बंदूक है। गोपाल मण्डल ने कहा कि पुलिस ने मुझसे एक हथियार ले लिया है तो क्या हुआ , मेरे पास हथियार की कोई कमी नहीं है, मेरा शरीर ही मेरा हथियार है। मेरे पास बहुत सारा राइफल और बंदूक है। जो मेरे सामने आएगा हम उसको फाड़ देंगे।
पटना में पत्रकारों को गाली देने के सवाल पर गोपाल मंडल ने कहा कि गाली तो हमारी भाषा है। हम गाली नहीं देंगे तो विरोधी मुझसे डरेगा कैसे। गोपाल मंडल ने कहा कि हम गेहुमन सांप थे और मैं हरहरा सांप नहीं बनना चाहता हूं , हमको ढोरबा सांप रहने दीजिए, फुंफकार मेरा रहने दिया जाए ताकि मैं यूँ ही फुफकारता रहूँ, काटता रहूँ और लोग चुना लगाकर ठीक होते रहें और इस तरह मैं यूँ ही फुफकारता रहूँ।
पिछली बार इस वजह से थे चर्चा में
बीते दिनों गोपाल मण्डल हथियार लेकर मायागंज अस्पताल पहुंच गए थे जब उनकी नतिनी उस अस्पताल में भर्ती थी। इसके बाद खूब राजनीति हुई। मामला तब बिगड़ा जब पटना में जदयू कार्यालय में बाईट देने के क्रम में गोपाल मंडल ने पत्रकारों को गाली दे दी। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और फिर अस्पताल में हथियार लेकर प्रवेश करने मामले में भागलपुर डीएम ने विधायक का हथियार सीज कर लिया। इससे पहले भी कई बार गोपाल मंडल चर्चा में रहे हैं।
जदयू के मंत्री को मांगनी पड़ी थी माफ़ी
गोपाल मंडल के द्वारा पटना में पत्रकारों को गाली देने और भागलपुर मायागंज अस्पताल में पिस्टल लेकर जाने के सवाल पर मंत्री अशोक चौधरी को जदयू विधायक के इस व्यवहार के लिए माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने कहा था कि यह पार्टी डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के सिद्धांत पर चलती है। हम जय प्रकाश नारायण और राम मनोहर लोहिया के अनुयायी हैं। इसके बाद उन्होंने जदयू विधायक गोपाल मंडल के कारनामों पर माफी भी मांगी।
उन्होंने कहा है कि हमलोगों की पार्टी में कोई आदमी इस तरह की बात करता है तो वह गलत है। हमलोगों के नेता महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, लोहिया, जेपी और कर्पूरी जी के विचारों पर चलने वाले लोग हैं। इस तरह की भाषा कहीं से भी उचित नहीं है। अशोक चौधरी ने कहा था कि चाहे वह कोई हो और किसी भी पार्टी का हो। हम पिस्टल और गोली बारूद वाले लोग नहीं है। हमलोग इस बयान की निंदा करते हैं। इस तरह की भाषा का कहीं से भी हमलोग समर्थन नहीं करते हैं।