बिहार – भगवानपुर स्थित डॉ० सी० वी० रमन विश्वविद्यालय एवं टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केंद्र, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर ‘विश्व में हिंदी’ कार्यक्रम का आयोजन बुधवार, दिनांक 10.1.2024 को किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ० सी० वी० रमण विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो० विजयकांत वर्मा, प्रति-कुलाधिपति प्रो० अरविंद चतुर्वेदी, कुलपति डॉ० विमल कुमार शर्मा, प्रति-कुलपति डॉ० बसंत सिंह, कुलसचिव डॉ० ब्रिजेश सिंह एवं मुख्य वक्ता के रूप में माननीय श्री रमेश पोखरियाल, निशंक कथाकार, सांसद एवं पूर्व शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, श्री अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, श्री संतोष चौबे, निदेशक विश्व रंग एवं अध्यक्ष आइसेक्ट, डॉ० जवाहर कर्णावट, सलाहकार, प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केंद्र मौजूद थें।
इस मौके पर डॉ० सी० वी० रमण विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ० ब्रिजेश सिंह ने कहा कि विश्व हिंदी दिवस विश्व में हिंदी का विकास और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे स्थान दिलाने हेतु प्रत्येक वर्ष आज के ही दिन आयोजित किया जाता है। आज यह वैश्विक भाषा के रूप में तीसरे स्थान पर है। हमे हिंदी भाषा एवं हिंदी भाषी का सम्मान कर इसे प्रथम स्थान पर लाना हमारा कर्तव्य है। रमेश पोखरियाल जी ने कहा की नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को प्राथमिकता दी गई है क्योंकि जो अभिव्यक्ति अपनी भाषा में हो सकती है वह किसी अन्य भाषा में नहीं। अतुल कोठारी जी ने कहा कि किसी देश का बदलाव शिक्षा के बदलाव से संभव है तथा शिक्षा का बदलाव अपनी मातृभाषा के आत्मसात से ही संभव है। विश्वरंग के निदेशक श्री संतोष चौबे ने कहां की हमने हिंदी भाषा का प्रचार वैश्विक स्तर पर 15 देश के साथ मिलकर शुरू किया था जो अब 54 देश में फैल चुका है, इस अभियान में हमारे प्रवासी भारतीय मित्र बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। अतः हिंदी का प्रचार सरकार के स्तर के बजाय हम अगर क्षेत्रीय स्तर पर शुरू करें तो इसमें सभी एक दूसरे से जुड़ते चले जा सकते है तथा इसका विस्तार भी अति शीघ्र संभव हो पायगा।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुल 525 छात्र सहित सभी प्राध्यापक मौजूद थें| कार्यक्रम डीन छात्र कल्याण प्रो० अमरीश कुमार सिंह की देखरेख में संपन्न हुई।

Author: janhitvoice

