पटना – प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनेर में पदस्थापित डॉक्टर शशिकांत आज अपने कार्यस्थल पर मौजूद थे उसी समय उनको हार्ट अटैक (massive) हुआ। Massive heart attack होने के कारण कार्यस्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
बिहार डेंटल हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ ठाकुर मुकेश सिंह चौहान एवं सचिव डॉ आशुतोष कुमार सिंह ने बिहार सरकार से मांग की है कि तत्काल उनकी दंत चिकित्सक पत्नी को नौकरी दी जाए।
साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर कार्य करते समय उनकी मौत हुई है इसलिए सरकार उनके परिवार को एक करोड रुपए का मुआवजा भी दे। डॉ शशिकांत आज डेंटल ओपीडी में रोगियों को देख रहे थे उसी समय उनको छाती में तेज दर्द हुआ और जब तक अन्य चिकित्सा पदाधिकारी को बुलाया जाता वह गिर चुके थे और उनकी मौत हो चुकी थी लेकिन उन्हें एंबुलेंस से इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज भेजा गया जहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनेर में पदस्थापित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारियों से यह पता चला है कि उन्हें दो दिनों से तनाव एवं सीना में भारीपन की शिकायत थी लेकिन वह फिर भी अपना कार्य कर रहे थे , ऐसे कर्तव्यनिष्ठ चिकित्सा पदाधिकारी के मौत को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके परिवार को एक करोड़ रूपया की राशि दी जाए।