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दीपांकर भट्टाचार्य: बिहार के जाती गणना के अनुसार आरक्षण की प्रतिशत में बढ़ोतरी हो साथ ही सरकारी सुविधा आबादी के हिसाव से फिर से सुनिचित किया जाय

पटना में भाकपा माले पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार के जाती गणना के अनुसार आरक्षण की प्रतिशत में बढ़ोतरी हो साथ ही सरकारी सुविधा आबादी के हिसाव से फिर से सुनिचित किया जाय ,पटना में मणिपुर हिंसा से संबंधित एक रिपोर्ट का लोकार्पण के दौरान उन्होंने जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनितिक शोध संस्थान में अपने भाषण के दौरान आरजेडी नेता और विहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी और जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार के सामने कही ,उन्होंने कहा की जाती गणना करके क्या होगा जबतक इसका लाभ नहीं मिलेगा तब तक इस प्रकार के गणना से कुछ नहीं होने वाला है.

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा की मोदी जी हमेशा कहते हैं 70 साल में कुछ नहीं हुआ,मेरा मानना है की जो 70 साल में जो नहीं था वह इस बार बिहार में हुआ है, जाति गणना मोदी जी उसको नहीं मानते है, इसे वो सर्वे मानते है , लेकिन मेरा मानना है कि जो हुआ है वह सही है अब रही बात जाति गणना का हम लोग करेंगे क्या ,मेरा मानना यही है की जाति गणना में जो सर्वे सामने आया है उसके अनुसार आरक्षण से लेकर महिला आरक्षण और सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं जितने भी सुविधा उसका फिर से निर्णय दिया जाए और इस पर विचार किया जाए।

वही जेडीयू पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने मणिपुर मामले में देश के प्रधानमंत्री को कायर प्रधानमंत्री कहा ,वो यही नहीं रुके कहा कि आज प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहा है कि, इस देश के अंदर हिंदुओं को बांटने की साजिश चल रही है ,हम देश को जोड़ रहे हैं.

और ये लोग देश को तोड़ रहे हैं, यह नरेंद्र मोदी जी का आज का ब्यान है,जबकि उनका कल का ब्यान था जाति की चर्चा करके वो विकास को पीछे कर रहे हैं, साफ-साफ दिख रहा है, बिहार में जो जाती गणना हुई है उसी का गहरा जख्म आदरणीय नरेंद्र मोदी को लगा है, बिहार में जो जाती सर्वे का रिपोर्ट जारी किया है, उसके बाद देश के सियासी हालात में कहीं ना कहीं हलचल मचा हुआ है, आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय में भी इसके खिलाफ चुनौती दी गई है,मणिपुर मामले में कहा की आखिर यह देश में हो क्या रहा है.

मणिपुर में हिंसा के इतने लम्बे अरसे हो जाने के बाद भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिम्मत नहीं हो रहा है मणिपुर जाने का, मैं तो ऐसे प्रधानमंत्री को कायर कहूंगा, हाँ गृह मंत्री अमित शाह वहां तीन दिन रहे, लेकिन उन्होंने वहां पर समस्या को खत्म करने की कोशिश नहीं की बल्कि इस समस्या को और हवा देने की कोशिश मैं तो करता हूं कि गृह मंत्री भी मणिपुर मामले में शामिल है।

Author: janhitvoice

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