भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी पारा मेडिकल की चार छात्राओं ने चिकित्सक और क्लर्क पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है।

डीएम शशांक शुभंकर विम्स पहुंचे थे। जहां छात्राओं ने डीएम से शिकायत की। इस दौरान छात्र-छात्राओं की भीड़ ने मामूली हंगामा भी किया। डीएम ने ओपी प्रभारी को केस करने का आदेश दिया। इसके उपरांत डीएम ने जिला सेक्सुअल हैरासमेंट कमिटी को जांच के आदेश दिए।

विभागाध्यक्ष को कथित आरोपियों से काम नहीं लेने का आदेश दिया। हालांकि इसके बाद मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार ने रात 9 बजे बयान जारी कर बताया कि पीड़िता के आवेदन पर पावापुरी ओपी में केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों में विम्स के एचओडी डॉ. विजेंद्र प्रसाद, डॉ. निर्मल कुमार, पीएमसीएच के डॉ. जितेश,डॉ. अजय कुमार, विम्स के निश्चेतन विभाग के क्लर्क रविरंजन कुमार समेत अन्य शामिल हैं। तीन अन्य छात्राओं के साथ भी घटना का जिक्र है। आरोपों में छात्रा ने बताया है कि बुधवार की शाम 5 बजे एनेस्थेसिया विभाग के ड्रेसर ने कॉल कर कार्यालय बुलाया। दिन में सेमेस्टर की प्रायोगिक और मौखिक परीक्षा हुई थी।
कार्यालय पहुंची तो क्लर्क हाथ पकड़कर कक्ष में ले गया। कक्ष में डॉक्टर शराब के नशे में धुत थे। क्लर्क ने कहा कि सर जो कहते हैं करो, नहीं तो फेल कर देंगे। इसके बाद डॉक्टर हाथ पकड़ फर्श पर पटककर, दुष्कर्म का प्रयास करने लगे। शोर मचाकर वह किसी तरह वहां से भागी। इसी तरह दूसरे चेम्बर में तीन अन्य छात्राओं के साथ घटना हुई। सभी किसी तरह चेम्बर से भागी। इस दौरान सभी को फेल करने की धमकी मिली। रात में प्राचार्य से भी घटना की शिकायत की। छात्राएं 2019 और 2020 बैच की हैं। प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कमिटी जांच करेगी।

Author: janhitvoice

