पटना: बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और शंकर आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के बीच नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस पहल का उद्देश्य राज्य के ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में नेत्र चिकित्सा को सुलभ बनाना है।
समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह समझौता राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने भरोसा जताया कि इससे नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री, विधान सभा अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि यह समझौता नेत्र रोगों के उन्मूलन और बेहतर इलाज की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शंकरा आई फाउंडेशन ने जानकारी दी कि इस साझेदारी के तहत आधुनिक नेत्र अस्पतालों की स्थापना और नियमित नेत्र शिविरों का आयोजन किया जाएगा। खासतौर पर ऐसे कार्यक्रम गरीब और वंचित वर्गों को ध्यान में रखकर चलाए जाएंगे।
मुख्य बिंदु:
1. समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर: बिहार सरकार और शंकरा आई फाउंडेशन के बीच।
2. उद्देश्य: ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र चिकित्सा सुविधाएं सुलभ बनाना।
3. उपस्थित नेता: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, विधान सभा अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री।
4. विशेष योजना: नेत्र अस्पतालों की स्थापना और शिविरों का आयोजन।
यह समझौता राज्य के नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।