Patna: केंद्र सरकार के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में जातीय जनगणना मामले को लेकर दायर किए गए हैं हलफनामा और फिर हलफनामा के अंश को वापस लिए जाने मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर जोरदार प्रहार किया नालंदा में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में सभी दलों ने केंद्र की सरकार से मांग की थी लेकिन केंद्र सरकार सभी दलों के मांग को दरकिनार कर दिया उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 2020 में ही जनगणना करना था लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी जनगणना नहीं कराया गया उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बिहार में जातीय जनगणना नहीं बल्कि गणना कर रही है यह और यह राज्य सरकार को अधिकार है लेकिन केंद्र सरकार अपने जिद पर अड़ी रही। उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा बिहार सरकार एक अच्छा काम कर रही है बिहार में जातीय गणना के बाद सभी जातियों के विकास का कार्यक्रम बनाकर उसका विकास किया जाएगा लेकिन कुछ लोगों को परेशानी हो रही है और किसी को बिहार का यह विकास पक्ष नहीं रहा है
वहीं नीतीश कुमार ने एक बार फिर कह दिया है की ऐसी स्थितियां बन रही है कि हो सकता है कि केंद्र की भाजपा सरकार लोकसभा का चुनाव समय से पहले ही कर दे इसके अलावा उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय की खुलकर तारीफ की और कहां की यहां जिस प्रकार से व्यवस्थाएं बनाई गई है उसका लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा और यहां लोग बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं