सत्र के पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन से चलेगी जबकि विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 19 सितंबर से संसद के नये भवन से कार्यवाही का संचलन होगा और नये भवन में सबुकछ नयी-नयी सी दिखेगी,संसद के कर्मचारी भी नये ड्रेस में नजर आयेंगे.
विशेष सत्र से पहले रविवार को उपराष्ट्रपति सह राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने नए संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज तिंरगा फहराया.इसके साथ ही इस विशेष सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई जिसमें कांग्रेस ने महिला आरक्षण बिल लाने की मांग की.
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पांच दिनों के सत्र में कुल 8 विधेयकों पर चर्चा होगी.इस विशेष सत्र की सबसे बड़ी चर्चा 75 सालों की संसदीय यात्रा की उपलब्धियां,अनुभव,यादों और सीख पर होगी,जिसमें पक्ष और विपक्ष के सांसद अपनी बात रखेंगे.संभव है कि इस चर्चा में पीएम मोदी भी शामिल हो सकतें हैं.इसके साथ ही राज्यसभा में पोस्ट ऑफिस बिल 2023,मुख्य चुनाव आयुक्त एवं अन्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से जुड़े बिल पेश किए जाएंगे.लोकसभा में एडवोकेट्स अमेंडमेंट बिल 2023,प्रेस एवं रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियॉडिक्स बिन 2023 पेश होंगे.वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण बिल और SC /ST आदेश से संबंधित बिल भी संसद में पेश किे जा सकते हैं.
बताते चलें कि मानसून सत्र की तरह ही इस विशेष सत्र के भी हंगामेदार होने की आशंका है.हलांकि सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से देशहित में सत्र की बेहतर उपयोग करने की अपील की गयी है.