प्रदेश के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों की वीसी / इंटरनेट के जरिये प्रतिदिन सुबह साढ़े नौ बजे से शाम छह बजे तक की उपस्थिति मुख्यालय की तरफ से ली जायेगी. इसके लिए जरूरी तैयारियां करने के निर्देश जारी किये गये हैं. इसके अलावा शिक्षा विभाग ने स्कूलों के निरीक्षण के आदेश दिये हैं. यह दोनों कवायदें 13 जून से नियमित तौर प्रारंभ की जायेंगी. माना जा रहा है कि यह निर्देश गुरुवार को नये अपर मुख्य सचिव केके पाठक के ज्वाइन करने के बाद उनके निर्देश पर दिये गये है.
सूबे की शिक्षा विभाग में दो दिन पहले अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने जिम्मेदारी संभालते ही शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने की कवायद शुरू कर दी है।जिसकी झलक बीते गुरूवार को देखने को मिली। जिसमें उन्होंने निर्देश दिया कि अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों से लेकर कॉलेज व विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति और पढ़ाई की जानकारी लेने के लिए रोज मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए विभाग में अगल सेल भी बनाने की तैयारी है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने गुरुवार को कार्यभार संभालते ही अधिकारियों को शिक्षकों की उपस्थिति की रोजाना मॉनिटरिंग का टास्क सौंपा। सभी जिले के डीईओ व डीपीओ के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक में उन्होंने कहा कि प्रथम फेज में स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति पर फोकस होकर निरीक्षण करना है।
उन्होंने बताया कि दूसरे फेज में स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति जांची जाएगी। निरीक्षण के लिए अधिकारियों को वाहन उपलब्ध कराई जाएगी। डीईओ कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों की उपस्थिति सुबह 9.30 बजे और शाम 6 बजे वीसी से ली जाएगी। जिस कार्यालय में बायोमेट्रिक मशीन नहीं है। वहां तत्काल लगाई जाए।
स्कूलों के बारे में ली जाएगी पूरी अपडेट जानकारी
जारी निर्देश के अनुसार अब प्रतिदिन कितने स्कूलों का निरीक्षण किया गया? कहां कितने शिक्षक उपस्थिति मिले? बिना आवेदन कितने गायब मिले? बच्चों की उपस्थिति कितनी थी? स्कूलों में मिड डे मिल क्यों नहीं बने? ऐसी जानकारी अपर मुख्य सचिव डीईओ व डीपीओ से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए खुद लेंगे।
बता दें कि केके पाठक जब 28 जुलाई 2009 से 4 अक्टूबर 2010 तक शिक्षा विभाग में सचिव थे, तब उन्होंने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों की उपस्थिति जांचने के लिए विभाग में मॉनिटरिंग सेल बनवाई थी। प्रत्येक कार्य दिवस पर कॉलेजों से दो समय हाजिरी जांची जाती थी।

Author: janhitvoice

