पटना: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों की दावेदारी को लेकर एनडीए में अभी से घमासान होने के संकेत मिल रहे हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने जमुई सीट पर अभी से अपनी दावेदारी ठोक दी है। जीतनराम मांझी की इस दावेदारी ने न सिर्फ एनडीए बल्कि जमुई के वर्तमान सांसद और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की टेंशन बढ़ा दी है।
जीतन राम मांझी ने कहा है जमुई सीट मुसहर समाज का रहा है और यहा से सबसे पहले भोला मांझी सांसद बने थे। उन्होंने कहा कि जमुई लोकसभा सीट पर मुसहर समाज की बहुलता रही है । मांझी का दावा है कि जमुई लोक सभा क्षेत्र मुसहर समाज का सीट है और यह सीट मुसहर समाज को ही मिलनी चाहिए। जीतन राम मांझी कि दावेदारी से साफ है कि वह जमुई लोकसभा सीट अपने पाले में लेना चाहते हैं। खास बात यह है कि जीतन राम मांझी का यह दावा तब आया है जब जमुई के वर्तमान सांसद चिराग पासवान ने वापस जमुई से चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं। बताते चले कि चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोकते रहे है और अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की कर्मभूमि बताकर यहां से चुनाव लड़ने के लिए कई बार मीडिया में बयान दे चुके हैं लेकिन उनके चाचा और केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस के हाजीपुर सीट पर लगातार दावेदारी पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश की जिसके बाद ही चिराग पासवान ने वापस जमुई से चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे। लेकिन इस बीच जितनराम मांझी का जमुई सीट पर दावेदारी से सबसे ज्यादा मुश्किल चिराग पासवान के लिए हो सकती है। हालाकि बीते सोमवार को जीतनराम मांझी ने यह भी कहा था की अक्टूबर माह में एनडीए की बैठक होने वाली है जिसमें सीटों की बंटवारे पर चर्चा होगी और कौन कहां से लड़ेगा यह तय हो जाएगा। लेकिन इस बीच उन्होंने जमुई सीट पर अपनी दावेदारी ठोकर एनडीए और चिराग पासवान की टेंशन बढ़ा दी है।

Author: janhitvoice

