इसरो द्वारा भेजे गए chandrayaan-3 अब चांद के काफी करीब।

चंद्रयान 3 के प्रोप्लसन और लैंडर मॉड्यूल- विक्रम और प्रज्ञान अलग होंगे, दोनों चंद्रमा की 100 किलोमीटर की कक्षा में होंगे । यहां Lander मॉड्यूल आगे जाएगा जबकि प्रोप्लसन मॉड्यूल इसी कक्षा में रहकर निगरानी करता रहेगा। 20 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल कक्षा छोड़कर चांद की सतह की ओर बढ़ेंगे , रात 1:45 बजे उनकी डिॅर्बिटीइग होगी इसके बाद यह पूरी तरह चंद्र सतह के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव में आ जाएंगे। 23 अगस्त को विक्रम लैंडर की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान सतह पर उतरेगा। दोनों 14 दिनों तक डाटा जूटाएगा।

Author: janhitvoice

