पटना: बड़ी खबर राष्ट्रीय जनता दल से है जहां पार्टी मैं स्वर्ण समाज के दो दिग्गज आपस में भीड़ गए हैं। दरअसल लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने समाज में ठाकुरों की भूमिका पर सवाल करते हुए करते हुए एक कविता पढ़ दी जिसका पार्टी के ही विधायक और पूर्व सांसद व बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे ने इसका पुरजोर विरोध कर दिया है। राजद सांसद मनोज झा ने संसद में बहस के दौरान समाज में ठाकुरों की वर्चस्ता पर टिप्पणी करते हुए कविता पढ़ी जिसे राजद विधायक चेतन आनंद ने ठाकुर समाज के खिलाफ बताया है । चेतन आनंद अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से मनोज झा पर सीधा हमला बोल दिया है। उन्होंने यहां तक कहा है कि वह इस मामले को पार्टी फोरम पर भी उठाएंगे। चेतन आनंद ने सोशल मीडिया पर मनोज झा का पुरजोर विरोध करते हुए लिखा है कि इतिहास में ठाकुर समाज ने सबसे ज्यादा बलिदान दिया है ऐसे में किसी एक जाति को समाजवाद के नाम पर टारगेट करना दोगलापन के अलावा कुछ नहीं है।। उन्होंने यह भी लिखा है कि जो दूसरों के बारे में गलत नहीं सुन सकते वह अपने यानी ठाकुर समाज पर हुए अभद्र टिप्पणी को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं ।सोशल मीडिया पर चेतन आनंद ने जो लिखा है उसका लब्बो लुआब यही है कि समाज में सबसे ज्यादा बलिदान ठाकुर समाज नहीं दी है। ऐसे में किसी जाति विशेष का इस तरह विरोध गलत है। चेतन आनंद के द्वारा मनोज झा के खिलाफ सोशल मीडिया किए गए पोस्ट से राष्ट्रीय जनता दल के भीतर चल रहे घमासान उजागर हो गया है। बताते चलें कि राष्ट्रीय जनता दल में मनोज झा का कद क्या है या किसी के बताने की जरूरत नहीं है। मनोज झा को लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव दोनों का बेहद करीबी माना जाता है इसी कारण स्वर्ण समाज से आने मनोज झा को पार्टी ने राज्यसभा सांसद बनाया। वहीं दूसरी ओर राजद विधायक चेतन आनंद भी स्वर्ण समाज से आते हैं और बाहुबली नेता व पूर्व सांसद आनंद मोहन के पुत्र है ऐसे में अब देखना है कि राष्ट्रीय जनता दल में दोनों दिग्गजों के बीच में तनातनी देखने को मिल रही है आखिर इसका फलाफल क्या होगा।