20 करोड़ के गबन के मामले में राजभवन से आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की मिली स्वीकृति. मगध विवि के पूर्व वीसी डॉ रजेन्द्र प्रसाद के खिलाफ गया के छात्र सूरज कुमार एवं अन्य छात्रों ने कोर्ट में शिकायत की थी और कोर्ट के आदेश पर एसवीयू ने जांच शुरू की थी.
मगध विवि के पूर्व वीसी डॉ रजेन्द्र प्रसाद साथ कुल 10 आरोपियों को कुलाधिपति ने अभियोजन की स्वीकृति दे दी है,हलांकि कुलाधिपति ने इसके लिए 4 माह का समय ले लिया,जिसकी वजह से पूर्व कुलपति राजेन्द्र प्रसाद समेत अन्य आरोपियों को जमानत मिल गई है.
यूपी के रहनेवाले डॉ राजेन्द्र प्रसाद बोधगया स्थित मगध विश्वविद्यालय के कुलपति थे और उन्हें भोजपुर के वीरकुंवर सिंह विवि का भी चार्ज मिला था.उनपर करीब 20 करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगा थआ.बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट(SVU) ने इस मामले की जांच के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और छापेमारी की थी जिसमें नगदी समेत कई संपत्तियों के कागजात मिले थे. एसवीयू चार्जशीट भी दायर कर चुकी थी, लेकिन राजभमवन की मंजूरी न मिलने के कारण ट्रायल शुरू नहीं हो पाया।अब राजभवन की मंजूरी मिलने के बाद ट्रायल शुरू होगा.

Author: janhitvoice

