उन्होंने कहा कि पूर्व में बिहार की हालत खराब थी लेकिन अब बिहार में सड़कें और अन्य सुविधाएं में बहुत सुधार हुआ है । इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की। कहा कि नीतीश कुमार भी सामाजिक न्याय के नेता रहे हैं । उनके साथ मित्रवत रिश्ता रहा है लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या आप नीतीश कुमार से मिलने जाएंगे तो उन्होंने मजाकिया लहजे में कह दिया कि अभी स्थिति वैसी नहीं है कि नीतीश कुमार से मुलाकात की जाए । वही जब महाराष्ट्र के मुद्दे पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो लोग भी महाराष्ट्र के सरकार में एनसीपी से आए हैं वह भ्रष्टाचार छोड़कर आए हैं और जो उधर रह गए हैं वही भ्रष्टाचारी है। मणिपुर हिंसा मामले में भी उन्होंने अपनी बेबाकी से जवाब दिया और कहा कि वहां कोई आतंकी घटना नहीं हो रही है बल्कि दो समुदायों के बीच आरक्षण को लेकर विवाद है उन्होंने दावा किया कि इस विवाद को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार प्रयासरत है और जल्दी ही इसका निदान निकलेगा वहीं विपक्षी दलों के टीम के द्वारा मणिपुर हिंसा को लेकर दौरा किए जाने मामले को लेकर उन्होंने टिप्पणी की और कहा कि उन्हें अन्य प्रदेशों की समस्याओं को जानने के लिए भी टीम बनाकर दौरा करना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया जाता वहीं दूसरी तरफ रामदास अठावले ने विपक्षी एकता को लेकर तंज कसा और यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुंबई में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होनी चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे लेकिन विपक्षी दलों के द्वारा जो दावा किया जा रहा है कि एनडीए को परास्त कर देंगे तो उनके दावे में कोई दम नहीं है क्योंकि उनके पास कोई नेता नहीं है।

Author: janhitvoice

