January 10, 2025 4:53 pm

भारत और अमेरिका ने रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयोग बढाने के संबंध में एक रोड़मैप को आज अंतिम रूप दिया।

नयी दिल्ली : भारत और अमेरिका ने रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयोग बढाने के संबंध में एक रोड़मैप को आज अंतिम रूप दे दिया जो अगले कुछ वर्षों तक इस दिशा में मार्गदर्शन करेगा।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को यहां द्विपक्षीय बैठक की जिसमें इस संबंध में सहमति बनी। श्री आस्टिन दो दिन की यात्रा पर रविवार को यहां पहुंचे थे।बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि दोनों पक्षों के बीच बैठक गर्मजोशी तथा सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।

दोनों पक्षों ने बातचीत के दौरान द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इसका मुख्य जोर औद्योगिक क्षेत्र में सहयोग बढाने के उपायों की पहचान करना था।दोनों मंत्रियों ने मजबूत आपूर्ति श्रंखला बनाने के तरीकों का पता लगाने पर भी बातचीत की। दोनों पक्षों ने नयी प्रौद्योगिकियों का मिलकर विकास करने और मौजूदा तथा नयी प्रणालियों के सह उत्पादन के अवसरों का पता लगाने पर भी बात की। इसके अलावा उन्होंने रक्षा क्षेत्र के स्टार्ट अप के बीच सहयाेग बढाने की संभावनाओं पर भी बात की।

इन सब लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उन्होंने भारत- अमेरिका रक्षा औद्योगिक सहयोग के एक रोड़मैप को अंतिम रूप दिया जो अगले कुछ वर्षों तक इस दिशा में मार्ग दर्शन करेगा।द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने बहुआयामी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की और संपर्क प्रक्रिया को बनाये रखने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ‘डिफेंस स्पेस’ के बारे में हाल ही में हुए संवाद का भी स्वागत किया।

हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता बनाये रखने के परस्पर हितों के मद्देनजर उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की।प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान , रक्षा सचिव गिरधर अरमाने , रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष डा समीर वी कामत तथा रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।शिष्टमंडल स्तर की बैठक से पहले तीनों सेनाओं की टुकड़ी ने श्री आस्टिन को सलामी गारद पेश की।

डोभाल और ऑस्टिन ने सामरिक संबंध मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार को यहां अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड आस्टिन के साथ मुलाकात की और दोनों देशों के बीच समुद्री , सैन्य और एयरोस्पेस क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी में सहयोग बढाने के उपायों पर चर्चा की।सूत्रों के अनुसार श्री डोभाल ने दो दिन की यात्रा पर रविवार को यहां पहुंचे श्री आस्टिन के साथ ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत ’ जैसी पहलों की तर्ज पर प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण , सह उत्पादन और स्वदेशी क्षमता को बढाने पर भी बातचीत की।दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय , क्षेत्रीय और हिन्द प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहित वैश्विक महत्व के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने साझा सुरक्षा हितों और समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढाने पर अपना दृष्टिकोण रखा। दोनों की बातचीत में भरोसेमंद आपूर्ति स्रोतों , मजबूत आपूर्ति श्रंखला और उद्योगों के बीच परस्पर सहयोग के मुद्दों पर विशेष जोर दिया गया। इस बात का उल्लेख किया गया कि पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और हिन्द प्रशांत जैसे अलग अलग क्षेत्रों के देशों को उनकी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के आधार पर स्वतंत्र रूख अपनाने की आजादी होनी चाहिए और उनपर कुछ थोपा नहीं जाना चाहिए।

इस बात पर भी बल दिया गया कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए सरकारों के समग्र प्रयासों के माध्यम से रणनीतिक रूख अपनाया जाना चाहिए जिसमें लोगों के बीच परस्पर संपर्क और सामाजिक स्तर पर संबंधों को भी समाहित किया जाना चाहिए।श्री आस्टिन ने हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की स्थिति बनाये रखने के लिए अमेरिका- भारत साझेदारी के महत्व का उल्लेख किया। समुद्री क्षेत्र में चीन के बढते प्रभुत्व और दबाव की रणनीति के मद्देनजर इस बात का विशेष महत्व है।श्री आस्टिन की भारत यात्रा को इसलिए भी महत्वपूर्ण जाना जा रहा है क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस महीने के अंत में होने वाली अमेरिका की आधिकारिक यात्रा से पहले हो रही है।

janhitvoice
Author: janhitvoice

janhit voice
dental clinic

Share this post:

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर

Weather Data Source: wetter morgen Delhi

राशिफल