खगड़िया में गंडक का जलस्तर बढ़ने से लोगों में दहशत। अघोरी घाट पर तेजी से चढने लगा पानी।
इस बार फिर बाढ़ ने दस्तक दे दी है। खगडि़या में गंगा और बूढ़ी गंडक दोनों खतरे के निशान को पार कर चुकी है। अघोरी स्थान में पानी भर गया है। इसके अलावा स्कूलों स्वास्थ्य केंद्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया
खगड़िया में गंगा और बूढ़ी गंडक रफ्तार में है। जलस्तर में निरंतर वृद्धि जारी है। मंगलवार की सुबह जारी विभागीय रिपोर्ट के अनुसार खगड़िया के अघोरी स्थान के पास बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर है। गंगा खगड़िया के खारा धार स्लूस के पास खतरे के निशान से 64 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बीते 24 घंटे में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में 14 सेंटीमीटर और गंगा के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। दोनों की प्रवृत्ति बढ़ने की है। जलस्तर में जारी वृद्धि से गंगा और बूढ़ी गंडक की बाढ़ का पानी नए इलाके में फैलने लगा है।
खगड़िया अघोरी स्थान परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अघोरी स्थान खगड़िया नगर परिषद के वार्ड नंबर 30 में अवस्थित है। यहां के निवर्तमान नगर पार्षद रणवीर कुमार ने बताया कि, बूढ़ी गंडक उफान पर है। अघोरी स्थान परिसर में पानी आ गया है। इस दफा छठ में श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मालूम हो कि अघोरी स्थान घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ करते हैं। यह जिला मुख्यालय का प्रसिद्ध छठ घाट है। जिला मुख्यालय के अधिकांश छठ घाट बूढ़ी गंडक नदी के किनारे अवस्थित हैं। इधर, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने कहा कि, उम्मीद है- बुधवार से गंगा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में कमी आएगी।
गंगा पटना में घट रही है। हाथीदह में स्थिर है। खगड़िया में बुधवार से गंगा के जलस्तर में कमी आने की उम्मीद है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी समस्तीपुर और रोसड़ा में कमी आई है। बुधवार से खगड़िया में भी बूढ़ी गंडक घटने लगेगी।