नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर अब कांग्रेस पार्टी की तरफ से रिएक्शन सामने आया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नेहरू मेरोरियल का नाम बदलने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) का नाम अब अधिकारिक तौर पर बदलकर पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी कर दिया गया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार 16 अगस्त को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिला। विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल), अब प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) बन गया है।’पीएम मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा पिटारा है। खासकर जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की आती है। उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है।
उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि उनके पास और क्या बचा है? आप इमारत का नाम बदल सकते हैं लेकिन आप इतिहास में वर्णित पंडित नेहरू का नाम नहीं बदल सकते। आप महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सावरकर जी द्वारा बनाए गए इतिहास को नहीं बदल सकते। आप उनके जैसा इतिहास नहीं बना सकते इसलिए आप नाम बदल रहे हैं।
नेहरू मेमोरियल का नाम बदले जाने के बाद कांग्रेस ने लगातार पीएम मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे है। इस बीच बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और जयराम रमेश व पीएम नरेंद्र मोदी की सोच में बुनियादी अंतर है। वे (कांग्रेस) सोचते हैं कि केवल नेहरू जी और परिवार ही मायने रखते हैं।
नरेंद्र मोदी ने देश के सभी प्रधानमंत्रियों को म्यूजियम में सम्मानजनक स्थान दिया.लाल बहादुर शास्त्री को वहां क्यों नहीं मिली जगह? वहां न तो इंदिरा गांधी थीं, न राजीव गांधी, न मोरारजी देसाई, न चौधरी चरण सिंह, न अटल बिहारी वाजपेई, न आईके गुजराल, न एचडी देवेगौड़ा… जब सभी प्रधानमंत्रियों को जगह मिल रही है, तो यह प्रधानमंत्री स्मृति पुस्तकालय बन रहा है।