जीवनदायनी माने जाने वाली बागमती नदी में आए उफान की वजह से नेपाल की राजधानी काठमांडू शहर में बाढ़ आ गी है.शहर में जल कर्फ्यू जैसे हालात है।निचले इलाकों के लोग घरों में फंसे हुए है। बागमती नदी का विकराल रूप देख ऐसा लग रहा हो जैसे वह अपने साथ सब कुछ बहा ले जाने पर आमादा हो।
बागमती नदी के बाढ़ की वजह से काठमाण्डू के सड़क से लेकर घर तक झील में तब्दील हो गया है। घर, दुकान, बैंक सभी जगह पानी प्रवेश कर गया है।निचले इलाके के लोग समान निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे है।सड़को पर गाड़िया तैरती नजर आ रही है।वहीं सड़को पर चार फीट पानी बह रहा है। बस रेंगते हुए सड़को को पार कर रहा है। नेपाल में बाढ़ बारिश के ऐसे ही हालात रहे है तो भारत के सीमावर्ती क्षेत्र बिहार एवं यूपी में बाढ़ के खतरा मण्डराने लगा हैं.
नेपाल में हो रही लगातार बारिश की वजह से सुपौल जिले के कोसी बराज से इस साल की अधिकतम 2 लाख 23 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. बढ़ते जल स्तर की वजह से बराज के 56 में से 27 फाटकों को खोल दिया गया है।इससे बिहार के कई इलाकों में भी बाढ़ के असार नजर आ रहें हैं.
नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद मुजफ्फरपुर के बागमती नदी पूरी तरह से उफान पर है। जलस्तर में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. पीपा पुल के दोनों तरफ पानी चढ़ चुका है। जिसे लेकर 18 पंचायत समेत लाखों लोगों का प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो चुका है। 30 किलोमीटर अधिक दूरी तय करने के बाद लोग प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं। कटरा के बकुची,पतारी,भवानीपुर,अंदामा,बभंगामा,मधुवन प्रताप समेत कई गांवों में पानी फैलने लगा है। वहीं बकुची से लेकर करीब 1 किलोमीटर तक सड़क के ऊपर पानी का तेज बहाव हो रहा है। 50 लोगों के घरों में पानी घुस चुका है. लोगों का चुल्हा चौका बंद हो गया है। अभी तक प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार से कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिसे लेकर लोग त्राहिमाम कर रहे हैं।