Opposition Meeting – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर शुक्रवार को विपक्षी दलों की एकता को लेकर बुलाई गई महाबैठक अब समाप्त हो गई है।
विपक्षी दलों के इस महाबैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पटना में हुई 15 राजनीतिक दलों की बैठक में भाजपा को हराने के लिए कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार बैठक में नीतीश कुमार को अहम जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया है. नीतीश कुमार ने ही सबसे पहले सभी को एकसाथ लाने की कोशिश की थी. अब उनके ही गृह राज्य में बैठक हो रही है. इन सबके बीच कहा जा रहा है कि सभी दलों ने एक मत से नीतीश कुमार को विपक्षी दलों को एकजुट करने वाले इस गठबंधन का संयोजक बनाने का फैसला किया है.
बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन सबसे महत्वपूर्ण रूप से नीतीश कुमार की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करने पर बात हुई. कहा जा रहा है कि चुकी नीतीश ने ही सभी दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया है इसलिए उन्हें ही आगे भी इस अभियान को बढ़ाने का जिम्मा दिया गया है. गठबंधन के 15 दलों को एक साथ रखने के अलावा अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लाने के लिए संयोजक बनाने पर बात हुई.
दरअसल, पटना में हुई बैठक में बिहार के सीएम नीतीश के अलावा लालू यादव, तेजस्वी यादव और हेमंत सोरेन, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद वाम नेता डी राजा, सीताराम येचुरी, दीपांकर भट्टाचार्य, अखिलेश यादव, एमेके स्टालिन, ममता बनर्जी, भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल, शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और उद्धव ठाकरे शामिल हुए हैं.
अब नीतीश अगर संयोजक बनते हैं तो उन्हें आने वाले समय में गठबंधन से जुड़े सभी मुद्दों को सुलझाने का जिम्मा होगा. इसमें लोकसभा सीटों का बंटवारा करने के लिए फार्मूला तय करना, कांग्रेस से आमने सामने की लड़ाई लड़ने वाली ममता बनर्जी की टीएमसी, अरविंद केजरीवाल की आप, शरद पवार की एनसीपी आदि से बेहतर तालमेल बिठाने की निति तय करना अहम होगा. साथ ही मोदी सरकर और भाजपा को कैसे और किन मुद्दों पर घेरा जाए इसे लेकर भी नीतीश कुमार को अहम भूमिका निभानी होगी.
Janhit Voice news desk

Author: janhitvoice

