प्राथमिक शिक्षक संघ ने केके पाठक को लिखा पत्र।
स्मार्टफोन और डाटा पैक उपलब्ध कराने की मांग
पटना: बिहार के शिक्षा विभाग में इन दिनों शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों में सुधार प्रक्रिया के तहत लगातार विभागीय आदेश निकालने का सिलसिला जारी है। जबसे विभाग में केके पाठक को अपर मुख्य सचिव का जिम्मा सौंपा गया है तब से अब तक लगभग दर्जनभर ऐसे आदेश निकाले गए हैं जिसकी खूब चर्चा हो रही है। उसी के तहत बीते 28 जुलाई को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक आदेश जारी किया है जिसमें शिक्षकों को ई शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से प्रत्येक दिन अपनी हाजरी बनाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही इसमें कोताही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कारवाई का भी निर्देश दिया गया है। परंतु इस बीच इस मामले को लेकर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस आदेश पर आपत्ति दर्ज की है। संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा ने इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है की ई शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से आगामी 1 अगस्त 2023 से सभी शिक्षकों को अपनी उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया गया है लेकिन सभी शिक्षकों के पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है वही उन्हें इंटरनेट डाटा पैक भी उपलब्ध नहीं कराया जाता। वही शिक्षा विभाग ने जो नया ऐप जारी किया गया है। वह सुबह 9:00 से 10:00 के बीच में ठीक से कार्य नहीं कर पा रहा है। ऐसे में बिहार के 4 लाख शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज कराने में परेशानी आ सकती है। ऐसे में ब्रजनंदन शर्मा ने शिक्षा विभाग से पहले सभी शिक्षकों को स्मार्ट फोन और इंटरनेट डाटा पैक उपलब्ध कराने की मांग की है और कहां गया है की तभी इसकी सार्थकता संभव हो सकेगी। आते चलेगी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक काफी कड़े ऑफिसर माने जाते हैं। इसकी उम्मीद कम ही है कि वह अपने निर्णय में कोई तब्दीली करेंगे लेकिन फिर भी जिस प्रकार से प्राथमिक शिक्षक संघ ने पत्र लिखकर अपनी मांग रखी है उससे साफ है कि यदि दोनों के बीच समन्वय स्थापित नहीं हुआ तो एक बार फिर शिक्षा विभाग और शिक्षकों के बीच तनातनी हो सकती है।