Site icon Janhit Voice

आखरी सांस लेने के बाद जाते जाते नालंदा की 48 वर्षीया कंचन कुमारी जी ने अपने नेत्रदान के जरिए मानवता की मिसाल कायम की

हार्ट अटैक से आज पीएमसीएच में आखरी सांस लेने के बाद जाते जाते नालंदा की 48 वर्षीया कंचन कुमारी जी ने अपने नेत्रदान के जरिए मानवता की मिसाल कायम की है !
सरकारी एम्बुलेंस के हड़ताल पर होने के कारण नेत्रदान का साहसिक निर्णय लेने वाले पति पप्पू कुमार की परेशानी के बीच पीएमसीएच आई बैंक की इंचार्ज डाक्टर प्रियंका जी ,डॉ प्रतिभा जी और गोनू जी की सूचना पर माँ वैष्णो देवी सेवा समिति परिवार ने सम्मान के साथ एम्बुलेंस से शव को घाट तक भेजने में महती भूमिका अदा की है !

L

Author: janhitvoice

Exit mobile version